गाज़ीपुर ।
गाजीपुर के कलेक्ट्रेट परिसर में उस वक्त हाईबोल्टेज हंगामा देखने को मिला , जब एक महिला ने डीडीसी यानी एडीएम सीआरओ और उनके पेशकार पर 2 लाख रुपया का रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगी ।
वहीं महिला ने ये भी आरोप लगाया की डीडीसी के पेशकार द्वारा मुझसे पहले दो लाख रुपये मांगे गए थे परंतु मैन अपनी गरीबी का हवाला देते हुए उनसे समय मांगा जिस पर उन्होंने विपक्षी से 5 लाख रुपया लेकर मेरे खिलाफ आज निर्णय सुना दिया है ।
दरअसल सेवराई तहसील क्षेत्र के दिलदारनगर की निवासी सुधा देवी का मुकदमा डीडीसी के न्यायालय में 1971 से चल रहा था । जिसका आज निर्णय आना था । महिला का आरोप है कि उससे 2 लाख रुपया रिश्वत के तौर पर मांगा गया था और आज वो 1 लाख रुपया और साथ ही अपनी बेटी की शादी के लिए बनवाये सोने की चैन लेकर आयी भी थी । लेकिन देरी की कारण मेरे विपक्षी से 5 लाख रुपया लेकर उसके पक्ष में निर्णय कर दिया गया ।
वहीं महिला के हमगामे को देखते हुए एसडीएम सदर प्रतिभा मिश्रा मौके पर पहुंच गई और महिला को समझाने की कोशिश की तो महिला ने उनका पैर पकड़कर न्याय की गुहार लगायी ।
फिलहाल डीसीसी यानी एडीएम सीआरओ सुशील श्रीवास्तव ने महिला के आरोपों का खंडन किया और कहा कि महिला ने बेजा दबाव बनाने के लिये कलेक्ट्रेट में हंगामा किया । जबकि संबंधित मुकदमे में कागजातों में महिला का कहीं भी नाम नहीं था। मुकदमा 1946 से चल रहा है और महिला इस केस में कहीं भी स्टैंड नहीं कर रही थी ।