गाजीपुर ।
गाज़ीपुर, वर्ष 2001 में मोहम्दाबाद विधानसभा के उसरी चट्टी पर करीब 22 वर्ष पूर्व हुए तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी पर हमले के दौरान बिहार के संगराव निवासी मनोज राय की हत्या में पुलिस ने माफिया मुख्तार के सहयोगी मोहम्दाबाद कस्बे के जफर खां उर्फ चंदा और सरफराज मुन्नी को गिरफ्तार किया गया था ।
मनोज राय हत्याकांड मामले में उनके पिता शैलेंद्र राय ने 23 / 2023 को हत्या का मामला मोहम्दाबाद कोतवाली में पंजीकृत कराया था
। उसी मामले में आज कोर्ट द्वारा जफर खान चंदा और सरफराज मुन्नी की जमानत याचिका देर शाम कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई है, जिसकी पुष्टि एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने मीडिया से की है।
नीरज श्रीवास्तव ने बताया है कि बीते साल 2001 में ऊसरी चड्डी गोलीकांड मामले में मुख्तार अंसारी के काफिले पर गोली चली थी , जिसमें मुख्तार अंसारी के एक सहयोगी और सरकारी गनर के साथ कुल तीन लोगों की मौत हुई थी , तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी ने माफिया बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के ऊपर अपने सहयोगी और सरकारी गनर की हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी , लेकिन इस गोलीकांड में मनोज राय नामक व्यक्ति की भी हत्या गोली लगने से हुई थी , जिसके पिता शैलेंद्र राय द्वारा मुकदमा संख्या 23 / 2023 मोहम्मदाबाद कोतवाली में दर्ज कराते हुए मुख्तार अंसारी समेत 8 लोगों को मनोज राय की हत्या का आरोपी बनाया गया था ।
जिसमें सरफराज “मुन्नी” और जफर खान “चंदा” की जमानत याचिका आज कोर्ट में पेश हुआ था जो सुनवाई के बाद खारिज कर दिया गया । ADGC नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में मुख्तार पर हमले में ब्रजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह आरोपित हैं । लेकिन कुछ माह पहले मृतक मनोज राय के पिता ने मुख्तार व अन्य के खिलाफ बेेटे की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था ।
उल्लेखनीय है कि जफर खां के खिलाफ मुहुम्मदाबाद कोतवाली के अलावा बाराबंकी में एंबुलेंस प्रकरण में भी मुकदमा दर्ज है , जिसमें वह जमानत पर था ।