गाजीपुर ।
सदात थाना में तैनात एक दरोगा को रंगेहाथ पच्चीस हजार की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है । वाराणसी के ट्रैप टीम प्रभारी अजीत सिंह और नीरज सिंह की टीम ने 25 हजार रुपये घूस लेते समय रंगेहाथ उस दरोगा को दबोच लिया था ।
इस मामले में एंटी करप्शन विभाग की ओर से सादात थाना प्रभारी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया है । मुकदमे की कार्रवाई बहरियाबाद थाने में हुई है । इस कार्रवाई से पूरे पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है ।
बता दें कि बहरियाबाद थाना परिसर में भ्रष्टाचार में लिप्त दारोगा के पकड़े जाने की खबर मिलने के बाद उसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई । हालांकि भीड़ को पुलिस ने थाना परिसर से बाहर निकाल दिया था । इस कार्रवाई पूरी होने तक घूस लेते रंगे हाथ धराया दारोगा एंटी करप्शन टीम के लोगों के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ता रहा ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आजमगढ़ जनपद के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के गजहड़ा गांव निवासी संजय यादव पुत्र हरिश्चंद्र यादव के अनुसार 23 फरवरी को उसकी मारुती वीडीआई गाड़ी सादात थाने में लावारिश दाखिल हुई थी । उस गाड़ी को रिलीज कराने के लिए एसडीएम को आख्या भेजने के नाम पर वहां पर एक प्रमोटेड दारोगा आफताब अहमद व सादात थाने के प्रभारी आलोक त्रिपाठी के साथ मिलकर उससे घूस की डिमांड कर रहे थे । एंटी करप्शन वाराणसी को दिये गये प्रार्थनापत्र के अनुसार रिश्वत के 25 हजार रुपये आफताब अहमद ने मंगलवार को थाने में मंगाया था ।
चूंकि शिकायतकर्ता की सूचना पर टीम के लोग मौके पर पहुंच गये थे इसलिए घूस लेते समय रंगेहाथ दारोगा आफताब अहमद को दबोच लिया गया।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार आफताब अहमद सिपाही से प्रमोशन कर दीवान बना था फिर बाद में वह दारोगा भी हो गया । दारोगा होने के बाद उसका स्थानान्तरण करंडा थाने पर हो गया था , लेकिन वह थाना प्रभारी को गुड फेथ में रखकर अधिकारियों को आवेदन देकर सादात थाने में ही खुलकर वसूली कर रहा था । हालांकि वसूली का एक बड़ा हिस्सा वह प्रभारी को भीे देता था , जिसकी जानकारी पूरे क्षेत्र के लोगों को हो गई थी , लेकिन वर्दी की हनक के आगे किसी की एक नहीं चल रही थी । थाना प्रभारी अधिकारियों से यह बात कहकर आफताब अहमद को करंडा थाने पर नहीं भेज रहे थे कि उसके बिना सादात थाने का कार्य प्रभावित हो जायेगा ।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने दारोगा आफताब अहमद को दबोचा तब उसके माथे पर पसीना आ गया । कार्रवाई से बचने के लिए वह हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगा था । पहले तो वह समझ ही नहीं पाया कि उसके साथ हुआ क्या है , लेकिन जब उसे पूरा माजरा समझ में आ गया तब वह जान गया कि उसने खुद आफत को न्यौता दे दिया है ।
बताते चले कि एंटी करप्शन वाराणसी के एसएचओ नीरज सिंह की टीम ने पूर्व में जिले से एक खादी ग्रामोद्योग विभाग के बाबू के साथ ही सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के भितरी पुलिस चौकी पर तैनात एक सिपाही को घूस लेते हुए रंगेहाथ दबोचा था ।
एसएचओ अजीत सिंह, नीरज सिंह, योगेन्द्र कुमार, मैनेजर सिंह, प्रमोद कुमार, हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र कुमार राय, विशाल उपाध्याय, सुमित कुमार भारती, विनोद कुमार, कांस्टेबल आशीष शुक्ला, अजय कुमार यादव, मितलेश यादव, चालक अश्वनी पाण्डेय व विनय कुमार शामिल थे ।
इस मामले में थाना प्रभारी बहरियाबाद भूपेंद्र निषाद ने बताया कि एंटी करप्शन टीम के लोगों ने दारोगा आफताब अहमद को दबोचा है। उसके खिलाफ बहरियाबाद में कागजी कार्रवाई पूरी की गई है । सम्बंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है। उसे बहरियाबाद पुलिस अपनी कस्टडी में लेकर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजेगी ।