लखनऊ ।
ज्ञातव्य हो कि बीते कुछ साल पूर्व उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के एक होटल में वर्ष 2021 में एक महिला सिपाही के साथ रंगरेलियां मनाते पकड़े गए थे DSP कृपाशंकर कन्नौजिया , जिसकी चर्चा ने पूरे देश भर में तहलका मचाया था और इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था ।
आज DSP कृपाशंकर कन्नौजिया को योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पदावनत करके सिपाही बना दिया है और इसके साथ ही उन्हें गोरखपुर पीएसी में बतौर कांस्टेबल पोस्टिंग भी दे दी गई है ।
हालांकि हम यह कह सकते हैं कि डीएसपी को ऐसे कृत्य के लिए सीधे बर्खास्त ही कर देते तो यह ज्यादा पावरफुल फैसला होता , हो सकता है कृपाशंकर अब खुद ही नौकरी छोड़ दे । लेकिन सरकार के इस फैसले से जो दंड एक अफसर को मिल सकता है , वह सर्वश्रेष्ठ है। इस फैसले से पदावनत अफसर की जो फजीहत होगी , वह शायद बर्खास्तगी से कभी नहीं हो पाती।
अब कृपाशंकर के घटनाक्रम से जो संदेश तमाम अफसरों में जाएगा, वह ज्यादा कड़ा और डरावना होगा । बस, न्यायपालिका से इतनी सी अपेक्षा है कि वह कहीं सरकार के इस फैसले को पलट न दे ।
बता दें कि कृपाशंकर 2021 में अपना फोन बंद करके गायब हो गए थे । इस पर पत्नी ने काफी खोजबीन करने के बाद उनकी हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी थी , तब पुलिस ने उनके नंबर को सर्विलांस पर लेकर उनकी खोजबीन शुरू की और कृपा शंकर को एक महिला कांस्टेबल के साथ एक होटल में रंगरेलियां मनाते हुए पकड़ लिया था । इस तरह के वाकये अक्सर होते रहे हैं । 2 साल पहले भी राजस्थान के अजमेर में ऐसा ही मामला सामने आया था ।