गाजीपुर ।
जनपद के विकास भवन स्थित बीसीए विभाग के लेखा अधिकारी कार्यालय में वाराणसी की विजिलेंस टीम ने छापेमारी की है । छापेमारी के दौरान 12 हजार घूस लेते रंगे हाथ सहायक लेखा अधिकारी अजमत अकरम को गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी वाराणसी की विजिलेंस टीम ने दी है ।
विजिलेंस टीम के द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया कि शिकायतकर्ता संदीप चौहान निवासी मनिहारी कि यह शिकायत थी कि मृतक आश्रित में नौकरी के नाम पर 12000 रुपये घुस मांगा जा रहा है जिसकी शिकायत वाराणसी के विजलेंस टीम को की गई थी शिकायतकर्ता के शिकायत के आधार आज वाराणसी की विजलेंस टीम ने विकास भवन के बीसीए विभाग के लेखा अधिकारी कार्यालय पर छापेमारी करते हुए छापेमारी के दौरान सहायक लेखा अधिकारी अजमत अकरम को ₹12000 के साथ गिरफ्तार किया है ।
वही मौके पर मौजूद बीसीए विभाग के प्रत्यक्षदर्शियों कर्मचारी ने बताया कि लेखा विभाग के कार्यालय में लेखा लिपिक अजमत अकरम जो अपने पटल पर बैठकर अपना जरूरी काम निपटा रहे थे , उसी वक्त लगभग 10 -15 की संख्या में कुछ लोग पहुंचे और अजमत अकरम को अपने कब्जे में लेते हुए वहां के अलमारी में रखे फाइलों को ढूंढने लगे और तब इसका विरोध वहां के कर्मचारियों ने किया तो इस दौरान आए हुए सभी लोग अजमत का गला दबाकर और उसके साथ मारपीट करते हुए कार्यालय के एक कोने में ले जाकर उससे पूछताछ करने लगे । उसके बाद उन लोगों ने विभागीय कर्मचारियों को बताया कि हम सभी लोग एंटी करप्शन टीम /विजलेंस टीम के सदस्य हैं और लेखा लिपिक को विभागीय कार्यालय से ले जाने के पश्चात वह लोग उसे लेकर कहां गए इसकी जानकारी अभी तक किसी भी विभागीय अधिकारी अथवा कर्मचारियों को नहीं मिल पाई थी , क्योंकि टीम कोतवाली भी नहीं पहुंची है ।
वही इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी संयुक्त राज्य कर्मचारी संगठन के जिला अध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि यह लोग अचानक से कार्यालय में घुसे और अजमत अकरम बाबू को अपने कब्जे में लेकर उनके साथ धक्का मुक्की और मारपीट करने लगे । जब तक लोग समझ पाते तब तक उन्हें मारते पीटते हुए एक कोने में ले जाकर गला दबाए हुए थे । इस दौरान जब हम कर्मचारियों ने जब उनसे उनकी पहचान जाने का प्रयास किया तो काफी देर के बाद उन लोगों ने बताया कि हम सभी लोग एंटी करप्शन टीम / विजलेंस के सदस्य हैं । शिकायत पर हम लोग यहां आए हैं ।
इस दौरान संयुक्त राज्य कर्मचारी संगठन के जिला अध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि टीम को न ही किसी भी प्रकार का कोई भी पैसा अजमत के पास से बरामद हुई और ना ही टीम के सदस्यों ने अजमत का हाथ ही धुलवाया है ।
इन लोगों ने बताया की अजमत को एंटी करप्शन / विजलेंस की टीम यहां से ले जाने के बाद कहां रखी है इस बात की अभी तक कोई जानकारी नहीं हो पाई है , जबकि हम सभी लोगों ने कई बार कोतवाली से भी संपर्क किया है । लेकिन वहां पर भी इस तरह की बातों से साफ तौर से अनभिज्ञता जताई जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि इसके लिए उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया है लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात तो हो गई है , लेकिन जिला अधिकारी से इस संबंध में कोई भी वार्ता नहीं हो पाया है ।
उन्होंने बताया कि यदि हमारे कर्मचारी साथी के पास से पैसा बरामद नहीं हुआ है तो फिर कैसे गिरफ्तारी हुई । जबकि टीम के लोगों ने इनका हाथ भी नहीं धुलवाया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार होता है तो वह अधिकारियों की रजा मंदी से होता है । इस दौरान कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार कर अधिकारियों से संपर्क स्थापित करने की भी बात कही है ।
वही प्राप्त जानकारी के अनुसार विजलेंस टीम ने गिरफ्तार अभियुक्त अजमत अकरम को वाराणसी लेकर चली गयी हैं और उन्होंने मीडिया के साथ जानकारी साझा की है । उन्होंने जारी अपने पत्र में अजमत अकरम को 12000 रुपये घूस लेते रंगे हाथ सहायक लेखा अधिकारी अजमत अकरम को गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी वाराणसी की विजिलेंस टीम ने जारी अपने प्रेस नोट के जरिये की है ।