
गाजीपुर ।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा “मिशन शक्ति 5.0” अभियान तब सवालों के घेरे में आ गया, जब गाजीपुर रेलवे स्टेशन पर रात के अंधेरे में एक महिला के साथ अश्लील हरकत की गई और आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के बावजूद जीआरपी द्वारा छोड़ दिया गया ।
घटना बीती रात लगभग 1 बजे की है। बहरियाबाद थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला, जो अपने केस की सुनवाई के सिलसिले में गाजीपुर न्यायालय आई थी, देर हो जाने के कारण अपनी 9 वर्षीय बेटी के साथ स्टेशन पर ही रुक गई। ट्रेन के सुबह मिलने की जानकारी के बाद उसने प्लेटफार्म पर ही आराम करने का निर्णय लिया ।
इसी दौरान, एक अज्ञात व्यक्ति ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए महिला के साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। महिला के अनुसार, आरोपी ने उसके कपड़े हटाने का प्रयास किया और उसके प्राइवेट पार्ट्स को छूने लगा। विरोध करने पर आरोपी ने महिला के साथ मारपीट भी की और लाठी से हमला कर सिर पर गंभीर चोट पहुंचाई, जिससे वह लहूलुहान हो गई ।
महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंची जीआरपी टीम ने आरोपी को पकड़ लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को कांस्टेबल पवन ने “विनोद चायवाला” के नाम से पुकारा। हालांकि, गंभीर अपराध के बावजूद कुछ ही घंटों में आरोपी को छोड़ दिया गया, जिससे जीआरपी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं ।
चोटिल महिला ने प्राथमिक उपचार के बाद कोतवाली थाना पहुंचकर घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर बीएनएस 2023 की धारा 76 और 115(2) के तहत एफआईआर दर्ज की है और आरोपी की तलाश की जा रही है।