गाज़ीपुर ।
यूपी में बाबा का बुलडोजर लगातार अतिक्रमणकारियों और भू माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ गरज तो रहा है , लेकिन गाजीपुर के व्यापारी इस बुलडोज़र कार्यवाही के साइड इफेक्ट से मुश्किल दौर से भी गुजर रहे हैं । आपको तस्वीरों में दिख रहा ये धरना प्रदर्शन बीते 4 मार्च का है जब मोख्तार अंसारी के करीबी रहे स्व. कमलेश प्रधान के घर से वाणिज्य कर का कार्यालय आनन फानन में खाली किया जा रहा था ,क्योंकि वहां दूसरे दिन बुलडोजर एक्शन होना था ।
लेकिन स्थानीय व्यापारी परेशान थे कि अगर कार्यालय हटेगा तो आखिर जाएगा तो कहां जाएगा , क्योंकि व्यापारियों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों को पता था कि ऑफिस कहिएँ और शिफ्ट होना है , लेकिन सात से आठ महीने बाद भी विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से वाणिज्य कर कार्यालय के लिए नए भवन की तलाश संबंधित अधिकारी और विभागीय कर्मचारी नहीं खोज सके ।
अब जब बुलडोजर एक्शन की तिथि नियत होने के बाद वाणिज्य कर कार्यालय वाराणसी शिफ्ट होने की बात सामने आई तो व्यापारियों ने बिल्डिंग टूटने की तिथि 5 मार्च रविवार से ठीक एक दिन पहले 4 मार्च शनिवार को प्रदर्शन किया और कार्यालय को वाराणसी न ले जाकर गाज़ीपुर के ही नगर पालिका परिषद की पुरानी बिल्डिंग “टाउन हॉल” में कार्यालय को शिफ्ट करने की मांग उठाई है ।
फिलहाल वाणिज्यकर जिस भवन में था उसपर बुलडोजर ने हाथ साफ़ कर दिया है और वह भवन दवास्त भी हो चुकी है और मार्च के महिने में वाणिज्यकर विभाग का गाज़ीपुर में फिलहाल कोई अता – पता नहीं है , अब व्यापारियों के साथ विभाग को भी सम्बंधित ऑफिशियल कार्यो की चिंता बनी हुई है क्योंकि बुलडोजर एक्शन का साइड इफेक्ट ये है कि गाज़ीपुर में वाणिज्य कर कार्यालय फिलहाल लापता हो गया है ।