गाजीपुर ।
पोस्टमार्टम हाउस से शव बदले जाने का अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है । मामले का खुलासा तब हुआ जब परिजन श्मशानघाट पर शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे ।
फिलहाल परिजनों के हंगामा मचाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पुनः पोस्टमार्टम हाउस के लिए भेज दिया है और मोर्चरी में रखी दूसरी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपने की कवायद की जा रही है ।
गौरतलब हो कि 1 दिन पूर्व जंगीपुर थाना क्षेत्र के सहादतपुर के रहने वाले रविंद्र यादव की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पुलिस ने मृतक रविंद्र का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
आज पोस्टमार्टम हाउस पर पंचनामा करते वक्त पुलिस से हुई भूल के कारण मोर्चरी में रखी लावारिस लाश का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया ।
इस दौरान परिजनों से यह बताया गया कि शव काफी क्षत-विक्षत हो गया है, इसलिए चेहरा देखने की जरूरत नहीं। परिजन पोस्टमार्टम हाउस से मिली डेड बॉडी को मृतक रविंद्र का शव समझकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लेकर चले गए।
मृतक के पुत्र विकास ने बताया कि हम लोगों को दी गई डेड बॉडी किसी दूसरे व्यक्ति की है ।श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान इस बात की जानकारी हुई है।
अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे मोती ने कहा कि शव को बदले जाने की जानकारी उस वक्त हुई, जब मृतक के विदेश में रहने वाले भाई ने वीडियो कॉलिंग के जरिए आखिरी बार अपने भाई का चेहरा देखना चाहा ।
उधर शव बदले जाने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन थानाध्यक्ष जंगीपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर लावारिस शव के रूप में रखी गई मृतक रविंद्र की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम शुरू करवाया और श्मशान घाट भेजी गई किसी अन्य व्यक्ति की डेड बॉडी को वापस मंगाया गया ।