ग़ाज़ीपुर ।
कल नगर निकाय चुनाव का रिजल्ट घोषित होने के बाद नगर के प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह उर्फ शम्मी के नेतृत्व में उनके द्वारा बनाए गए साढ़े तीन सौ से भी ज्यादा सदस्यों ने समाजवादी पार्टी से जयकिशन साहू जी के विधान सभा सदस्य रहने तक समाजवादी पार्टी से आज अपना सामूहिक रूप इस्तीफा दे दिया ।
आज प्रेस वार्ता के दौरान विवेक सिंह (शम्मी ) ने बताया कि 2022 के चुनाव में ही भारतीय जनता पार्टी के नगरपालिका चेयरमैन द्वारा यह गठजोड़ कर लिया गया था की वो उनको विधानसभा जिताएंगे और मौका आने पर नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के हिसाब से सदर विधायक द्वारा भारतीय जनता पार्टी के मन मुताबिक प्रत्याशी दिया जाएगा ।
जिसका परिणाम कल मतगणना के बाद आखिरकार सबके सामने आ ही गया , इस चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को पिछली बार की उपेक्षा और भी ज्यादा मतों के साथ चुनाव में हार हुई ।
उन्होंने यह आरोप लगाया कि सदर विधायक जय किशन शाहू ने इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए सीधे तौर पर एजेंट के रूप में कार्य कर रहे थे , उन्होंने कहा कि जयकिशन शाहू द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी द्वारा टिकट वितरण को लेकर बनाई गई कमेटी के रिपोर्ट को तथा अन्य सभी जनप्रतिनिधियों की मंशा को दरकिनार करते हुए प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल जी को समाजवादी पार्टी में काम न करने की धमकी देते हुए तथा उनके द्वारा तय प्रत्याशी के न जीतने पर चपरासी तक बनने की बात कहके प्रदेश नेतृत्व को पूरी तरह से गुमराह किया गया तथा सदर विधायक द्वारा भारतीय जनता पार्टी के हिसाब से प्रत्याशी देकर वर्तमान चेयरमैन की जीत पूरी तरह से सुनिश्चित कराई गई ।
उन्होंने सदर विधायक से सवाल पूछा की शरीफ राइनी के समर्थन देने के बावजूद भी आखिरकार भाजपा कैसे 3353 मतों से चुनाव जीत गई , जबकि पिछले चुनाव में शरीफ के बसपा से लड़ने और सांसद अफजल अंसारी के जोरदार प्रचार करने के बावजूद भी केवल मामूली अंतर के वोटों से भाजपा चुनाव जीती थी ।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा की हार 100℅ सुनिश्चित थी क्योंकि नगर पालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हुए है तथा इस मामले में तत्कालीन D M मंगला प्रसाद ने इसकी पूरी रिपोर्ट शासन को भी भेज दी थी ।
यही नहीं उन्होंने कहा कि पूरे शहर के नागरिक भी बदलाव चाहते थे लेकिन विधायक जयकिशन साहू और भाजपा नेता विनोद अग्रवाल के बीच 2022 के विधान सभा चुनाव में हुई डील की वजह से एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी नगरपालिका में फिर से पांच सालो के लिये काबिज हो गई ।
उन्होंने अंत मे कहा कि हम सब लोग सच्ची निष्ठा के साथ अपनी समाज सेवा जारी रखेंगे और नगरपालिका में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रखेंगे ।
इस मौके पर इस्तीफा देने वालो में व्यापार प्रकोष्ठ के सक्रिय सदस्य रजनीश मिश्रा , इंदिवर वर्मा मनीष पांडे , मु परवेज , सिंटू यादव , दीपक उपाध्याय , भोला रावत , विक्की वर्मा , मंगल सिंह , कमलेश कुशवाहा , संतोष कुशवाहा , गुड्डू यादव , अनुज यादव , विशाल सिंह , अभिषेक त्रिपाठी , अभिषेक मौर्या , शुभम श्रीवास्तव आदि 350 से भी ज्यादा लोगो ने इस्तीफा दिया है ।