गाजीपुर ।
शारदीय नवरात्र में विजय दशमी के दिन राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की स्थापना सन् 1925 में हुई थी ।
स्थापना दिवस को लेकर सम्पूर्ण भारत वर्ष विजय दशमी के दिन स्वंयसेवक शक्ति का प्रतीक मां दुर्गा की आराधना कर शस्त्र की पूजन करने की परम्परा प्राचीन काल से होती रही है ।
धर्म की रक्षा के लिए हमारे धर्म में शास्त्र और शस्त्र की पूजा आज ही के दिन की जाती है। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के छः पर्वो में से पांचवा पर्व विजय दशमी पर्व श़स्त्र पूजन के रूप में आमघाट पार्क में प्रातः साढे सात बजे मनाया गया ।
इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम नगर शारीरिक प्रमुख दुर्गेश ने संघ सम्पत कराया तत्पश्चात विवेकानन्द शाखा के मुख्य शिक्षक नितिन ने ध्वज लगाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विभाग सह संचालक सच्चिदानन्द ने भारत माता, डा. केशव बलिराम हेडगेवार व सदाशिवराव गोलवरकर के चित्र पर माल्यापर्ण किया ओैर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर शस्त्रो में रक्षा सूत्र बांध कर पूजन किया। अपने उदबोधन में बताया कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के छः पर्वो में पहला पर्व नये वर्ष के शुभारम्भ वर्ष प्रतिपदा से किया जाता है, दुसरा पर्व ज्येष शुक्ल ़त्रयोदशी को हिन्दू साम्राज्य दिवस महाराज छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक के रूप में मनाया जाता है, तीसरा पर्व गुरू ब्यास की जयन्ति आषाण मास में गुरू पूर्णिमा को भगवा ध्वज का पूजन कर मनाया जाता है और सावन मास के पूर्णिमा को रक्षा बन्धन, अश्विन मास के दशमी को विजय दशमी व छठा पर्व समरसता के भाव से मकर संक्रान्ति पर्व मनाने की परम्परा प्राचीन काल से चली आ रही है । सम्पूर्ण भारत कभी भी गुलाम नही रहा छोटे छोटे रजवाडे अंग्रेज अपनी कूटनीति के चलते उन्हे गुलाम बनाते गये और 20 प्रतिशत अंग्रेजो द्वारा 80 प्रतिशत हिन्दुओ को साथ मिलाकर हिन्दुस्तान पर राज करते रहे। अनगिनत गुमनाम औरं बिरसा मुण्डा, दुर्गाभाभी, जीजा बाई जैसे हजारो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपने बलिदान देकर भारत को स्वतंत्र कराया।
इस कार्यक्रम में अमृत वचन और गीत अभिषेक ने गाया और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे तुलसी दास ने कार्यक्रम में आये आगन्तुको का आभार व्यक्त किया ।
इस अवसर पर नगर प्रचारक आदित्य, शासकीय अधिवक्ता अजय पाठक, अपर शासकीय अधिवक्ता नीरज, शिवकुमार, प्रभुनारायण, किसान संघ के अमित, बालकृष्ण, ज्ञानप्रकाश, डा. धमेन्द्र, धमेन्द्र, दीपक, प्रचार चन्द्र कुमार तिवारी, व्यवस्था देवसरन, संजय, अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष कृपाशंकर राय, महामंत्री जयप्रकाश सिंह, रूद्र प्रताप, विनोद अग्रवाल, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, कृष्ण बिहारी राय, अनुराग, सूर्यप्रताप यादव, सुधांशु, विनोद तिवारी, सुधीर जायसवाल, श्रीप्रकाश उर्फ गुडडू केशरी आदि उपस्थित रहे ।