गाजीपुर ।
प्रदेश कांग्रेस पार्टी के निर्देश पर आज गाजीपुर शहर कांग्रेस पार्टी के कैंप कार्यालय पर जिला/शहर अध्यक्ष ने सुनील राम और शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा के साथ संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि 2018 में अधिसूचित इलेक्टोरल बॉन्ड की योजना चुनावी चंदे के नाम पर देश की सबसे भ्रष्ट योजना बन गई है ।
उन्होंने कहा कि जिसमें देश की सत्ता पर काबिज भाजपा ने सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार करके चुनावी बॉन्ड के रूप में चंदा लेने का कार्य किया है साथ ही लोकतंत्र पर किस प्रकार का खतरा मंडरा रहा है , 2017 , 18 की एक केस को लेकर कांग्रेस के खाते को फ्रीज कर दिया गया , कांग्रेस पार्टी को फाइनेंशयली कमजोर करने की यह साजिश है, यह लोकतंत्र पर खतरा है ।
जिलाध्यक्ष सुनील ने आरोप लगाते हुए बताया कि इलेक्टोरल बांड केंद्र सरकार का सबसे बड़ा घोटाला है। इसके माध्यम से केंद्र सरकार ने कंपनियों से चंदा लेकर उनको धंधा दिया, उनसे रिश्वत ली, मनी लांड्रिंग की और प्रवर्तन निदेशालय के डर से भी चंदा लिया। पीएम कहते हैं कि न खाऊंगा न खाने दूंगा जो सबसे कोरे झूठ के रूप में देश के सामने आया है ।
वहीं शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके सरकार में बैठी भाजपा ने 6000 करोड़ रुपए से ज्यादा की धन उगाही की है, जो पूर्व में कभी नहीं हुआ था। ऐसी कई कंपनियों के मामले हैं जिन्होंने इलेक्टोरल बांड दान किया और उसके के तुरंत बाद उन्हें सरकार से भारी लाभ प्राप्त हुआ ।इलोक्टोरल बांड घोटाले के बाद भाजपा पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है, इनके चेहरों पर चढ़ा मुखौटा उतर गया है और साथ ही यह सिद्ध हो गया है कि आजाद भारत की यह सबसे भ्रष्ट सरकार साबित हुई है ।
इसकी जांच उच्चस्तरीय कमेटी से करने की मांग की गई है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सुनील राम और शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने इलेक्टोरल बॉन्ड को केंद्र की मोदी सरकार की सबसे भ्रष्ट और बड़ा घोटाला बताते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है ।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से एआईसीसी सदस्य रविकांत राय पीसीसी सदस्य जनक कुशवाहा अजय कुमार श्रीवास्तव आशुतोष गुप्ता एवं चंद्रिका सिंह,राजेश गुप्ता हामिद अली आलोक यादव सुशील सिंह आदि लोग उपस्थित रहे ।