दिवाली के पर्व पर बाजार मे खरीदारी को लेकर लोगों में खासा उत्साह होता है। उन्ही लोगो के उत्साह को भुंनाने में लगे धोखेबाज एवं जालसाज व्यापारी अक्सर अवसरों की तलाश में रहते हैं । इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए एवं लोगों की स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए अपने मुनाफे के लिए यह लोग अपने ही ग्राहकों की जान जोखिम में डालकर अपना व्यापार करते हैं ।
ऐसा ही एक मामला गाजीपुर के एक प्रतिष्ठित मिष्ठान श्री स्वीट्स जो अपने स्वाद एवं मिठाइयों के लिए जाना – पहचाना जाता है , जिसने अधिकारियों और लोगों के बीच अपनी अच्छी पेंठं बनाई हुई है इस पेठ का फायदा उठाते हुए दीपावली के अवसर पर श्री स्वीट्स मिष्ठान व्यवसायी ने करोडी की निष्प्रयोग मिठाई ग्राहकों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया है और अपना दीपावली मनाया है।
गोलाघाट के ग्राहक ने बताया कि खीर मोहन की परिवार में विशेष मांग पर घर लाया गया और पूजा उपरांत इसका सेवन करने पर इसका खराब स्वाद होने पर लोगों ने इसे खाने से इनकार कर दिया और फेंक दिया । जब इसकी जानकारी पत्रकारों को हुई तो पत्रकार ने इस मिठाई की संदिग्धता की जांच एवं कार्यवाही करने के लिए खाद्य निरीक्षक रमेश चंद पांडे को फोन किया तो उन्होंने छुट्टी पर होने की बात कही और छुट्टी के बाद आने पर कार्रवाई करने की बात कही ।
वही कुछ दुकानदारों के द्वारा खाद्य पदार्थ के उचित कीमत लेने के बावजूद भी लोगों के स्वास्थ्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है । जबकि लगातार खाद्य विभाग इन चीजों की जांच , सेंपलिंग और अपनी कार्रवाई की बात करता है , बावजूद इसके कुछ प्रतिष्ठित दुकानदार भी धन कमाने के चक्कर में लोगों के जीवन और सेहत के साथ खिलवाड़ करते नजर आए ।
बता दे की ठीक इसी तरह दिवाली के अवसर पर अन्य दुकानदारों ने जहां करोड़ों रुपए की मिलावटी एवं रेडीमेड मिठाइयां बेची गई है , इसी अवसर का लाभ उठाते हुए अन्य मिठाई के थोक एवम फुटकर विक्रेताओं ने भी अच्छा खासा मुनाफा कमाया है । ऐसे ही प्रतिष्ठित व्यवसाईयों ने जनपद के संभ्रांत लोगों को भी उपहार स्वरूप मिठाइयां बाटते रहे और योगी सरकार में खुलेआम किसी बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रित करते रहे ।
जातव्य हो कि इससे पूर्व में भी श्री स्वीट्स की खराब मिठाइयों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए खाद्य निरिक्षक रमेश चंद्र पांडे के द्वारा इनकी खराब मिठाइयों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजी जा चुकी है जिसकी रिपोर्ट आने का इंतजार है , खाद निरीक्षक रमेश चंद पांडे ने यह भी बताया था की धनतेरस के पूर्व भी इनके खाद्य सामानों की सैंपलिंग की गई थी , बावजूद इसके दीपावली के अवसर पर अधिकारियों के अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए खराब एवं निष्प्रयोग मिठाइयों को बेचकर अपना अत्यधिक मुनाफा कमाया गया है ।