
गाजीपुर ।
खबर गाजीपुर से है जहां , एक पिता ने अपनी बेटी की शादी मर्चेंट नेवी वाले एक युवक से कराई और उसकी शादी में करोड़ों रुपया खर्च किया ।
लेकिन दूल्हा पक्ष को इतने से मन नही भरा था । फिर उनकी बेटी को प्रताड़ित कर उसके पिता से मेडिकल कॉलेज की मांग करने लगा । पिता ने भी अपनी बेटी के भविष्य को देखते हुए एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण करा कर दिया । जिसमें उस बेटी की सास और जेठ मैनेजमेंट कमेटी में हुए तो वही उसका पति प्रबंध निदेशक बन गया ।
इसके बाद भी इन लोगों का मन नहीं भरा और कुछ दिनों के बाद फिर उसे मानसिक प्रताड़ना देते हुए मारपीट कर पहले घर से भगाया और फिर उसे व्हाट्सएप के जरिए तीन तलाक दे डाला , जबकि उस बेटी ने तीन तलाक के बदले अपने पति और उसके परिवार को इस संबंध में एक नोटिस भी भेजा था और जब उस पर भी मामला नहीं बना तब उसने अंत मे लाचार होकर दहेज उत्पीड़न से संबंधित मुकदमा दर्ज कराया है ।
हर पिता का सपना होता है कि वह अपनी बेटी की शादी ऐसे घर में करें जहां उसे दुनिया की तमाम खुशियां मिले । लेकिन कभी-कभी ऐसी घटनाएं हो जाती हैं की सभी की सारी खुशियां गायब हो जाती हैं ।
कुछ ऐसी ही घटना गाजीपुर कोतवाली इलाके के एक मोहल्ले के रहने वाली इस बेटी के साथ हुआ है । जिसकी शादी 2007 में मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार कानपुर नगर में हुई थी । बेटी विदा होकर ससुराल भी गई और कुछ महीने बीतने के बाद परिवार के लोगों का ताना देने का काम शुरू हो गया कि तुम्हारे पिता मेडिकल एजुकेशन के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं इसलिए उनसे कह कर एक मेडिकल एजुकेशन का कॉलेज ही यहां भी खुलवाओ । बेटी के कहने पर पिता ने बेटी की खुशियों के लिए एक मेडिकल कॉलेज करोड़ों रुपये की लागत लगाकर खुलवाया और उस मेडिकल कॉलेज में बेटी के सास और उसके जेठ को प्रबंध समिति के कमेटी में डाला साथ ही उसके पति को प्रबंध निदेशक बनाया जो मर्चेंट नेवी में कैप्टन है ।
इस दौरान बेटी को दो बच्चे भी हुए और इसी दौरान सास और जेठ का मेडिकल कॉलेज को हड़पने की नीयत से जेठ को फर्जी तरीके से मेडिकल कॉलेज का कोषाध्यक्ष बना दिया और वित्तीय अनियमित्ता करने लगा । जिसकी जानकारी होने पर बेटी ने जब विरोध शुरू किया तब जनवरी 2023 में ससुराल के लोगों ने उसे मारपीट का ससुराल से भगा दिया और फिर उसके पति ने शरीयत के अनुसार नोटिस भेजा । जिसमें उसे न रखने की बात कही और परवरिश के पैसे देने की भी बात कही ।
वही 30 जनवरी 2025 को जब घर में सब कुछ ठीक – ठाक था सब हंसी-खुशी बैठकर बात कर रहे थे कि इसी दौरान उसके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप मैसेज आया जिस पर तलाक तलाक तलाक लिखा हुआ था और कुछ देर बाद फोन आया और फोन पर भी उसके पति ने तलाक तलाक तलाक बोल दिया और उसके बाद एक रजिस्टर डाक से तीन तलाक का नोटिस भी भेज दिया ।
इस पूरे मामले को लेकर उस बेटी के द्वारा भी एक नोटिस अपने पति को भेजा गया था और उसके बाद जब कोई जवाब नहीं मिला तब उसने थकहार कर कोतवाली पुलिस में 1 तहरीर दिया। जिसमें उसने अपने पति ,जेठ और सास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और फिर इस तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने दहेज उत्पीड़न के साथ ही मारपीट और मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकार की सुरक्षा अधिनियम 2019 के तहत धारा 3 और धारा 4 के तहत मुकदमा दर्ज कर इस मामले की आगे की कार्रवाई में जुट गई है ।