
गाजीपुर ।
गाजीपुर जिले में लंका के पास स्थित श्याम होटल में श्याम बार खुल जाने से उसकी काली गाड़ी कमाई खूब होती है, बता दे की श्याम बार में शुक्रवार की देर शाम अचानक आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी कर दी , जिससे बार में अफरा-तफरी मच गई ।
छापेमारी के दौरान आबकारी विभाग की टीम ने बार से 16 बोतल अंग्रेजी शराब और 19 बीयर की कैन जब्त कर स्कैनिंग के लिए अपने साथ ले गई । टीम ने मौके पर बार के मालिक राधेश्याम सिंह के पुत्र बरुण सिंह और सेल्समैनों से पूछताछ की गई, तो वही किस रेट में और क्या बेच रहे हैं यह भी बता पाने में बिल्कुल फिसड्डी नजर आए । इस तरह से यह कार्रवाई लगभग एक घंटे तक चली, जिससे बार के कर्मचारियों और ग्राहकों में खलबली मच गई ।
शिकायतों की लंबी फेहरिस्त हो रही थी, वहीं आबकारी इंस्पेक्टर चंद्रजीत सिंह ने बताया कि श्याम बार के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं ।
ग्राहकों का आरोप था कि बार में तय कीमत से अधिक पैसे की वसूली कि जाती हैं। उदाहरण के तौर पर, 130 रुपये की बीयर कैन को 180 रुपये में बेचा जा रहा था । इसी प्रकार शराब के पैग की कीमत भी निर्धारित दर से काफी अधिक मूल्य में ली जा रही थी ।
ग्राहकों का यह भी कहना है कि बार मालिक शराब और बीयर अधिकृत गोदामों से नहीं, बल्कि खुदरा दुकानों से खरीद कर सीधे बार में बेचता है , जिससे न तो गुणवत्ता की गारंटी रहती है और न ही वैध बिल मिलता है। विरोध करने पर स्टॉफ मारपीट करने पर आमादा हो जाता है । बार मालिक का पुत्र वरुण सिंह खुलेआम कहता है, “हम अपने हिसाब से बेचते हैं, और इसी तरह से अधिक मूल्य में भेजेंगे इसे शासन प्रशासन का तनिक भी है डर भय नहीं सताता है , और वह यह भी कहता हैं कि जिसे जो करना है कर ले ।” जबकि मौके पर जिला आबकारी अधिकारी और आबकारी विभाग का इंस्पेक्टर मौजूद थे , इससे तो आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि कहीं ना कहीं श्याम बार के मलिक का पुत्र का इस तरह से कहना एक गुरुर साबित होता है ।
फर्जी बिलिंग और जीएसटी चोरी का आरोप_—-
श्याम होटल में स्थित श्याम बार पर एक और गंभीर आरोप यह भी लग रहा है कि बार में ग्राहकों को दिए जाने वाले बिल फर्जी होते हैं। इन बिलों पर जीएसटी नंबर तो अंकित रहता है, लेकिन किस आइटम पर कितना टैक्स लगाया गया है, यह स्पष्ट नहीं हो पाता है ,इससे सरकार को प्रतिदिन राजस्व का नुकसान हो रहा है। ग्राहक जब किसी विशेष ब्रांड की मांग करते हैं, तो उन्हें कोई और ब्रांड थमा दिया जाता है, और बिल पर किसी अन्य ब्रांड का नाम अंकित कर दिया जाता है। वाह गजब की चोरी है भाई ।
एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी
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बार मालिक का रवैया और भी सवालों के घेरे में रखता हैं
ग्राहकों का कहना है कि जब वे बार मालिक वरुण सिंह से किसी प्रकार का शिकायत करते हैं, तो वह गुस्से में आकर उल्टा धमकाने लगता है। उसका रवैया बेहद अभद्र होता है और वही व्यवहार उसके स्टॉफ में भी देखने को मिलता है ।
श्याम होटल में स्थित श्याम बार के खिलाफ अधिकारियों की प्रतिक्रिया—–
जिले के सदर आबकारी इंस्पेक्टर चंद्रजीत सिंह ने बताया कि बार में नेटवर्क की समस्या के चलते 16 शराब की बोतल और 19 बीयर कैन को स्कैनिंग के लिए साथ लाया गया है। बार के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसकी जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई अवश्य की जाएगी।”
निष्कर्ष:
श्याम बार में हुई यह छापेमारी सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, बल्कि शहर के बार और रेस्टोरेंट्स की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है। यदि शिकायतें सही पाई जाती हैं, तो यह न केवल उपभोक्ता अधिकारों का हनन है, बल्कि सरकार के राजस्व को भी भारी नुकसान पहुंचाने वाला कृत्य है। अब देखना यह है कि आबकारी विभाग इस मामले में कितनी सख्ती से कदम उठाता है ।