गाजीपुर ।
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और जनपद गाजीपुर के प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल आज गाजीपुर के दौरे पर आए रेलवे विभाग के द्वारा बनाए जा रहे रेल कम रोड ब्रिज का निरीक्षण किया ।
इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ ही साथ रेलवे के अधिकारी के साथ गाजीपुर के जिलाधिकारी भी निरीक्षण में उपस्थित रही ।
इस निरीक्षण करने के पश्चात प्रभारी मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम सभी लोग विकास को तीर्थ मानते हैं केवल मंदिर और मस्जिद ही तीर्थ और पर्यटन नहीं है बल्कि विकास भी हमारा तीर्थ का स्थान है इससे देश और समाज का कल्याण होता है आज पूरे देश में जहां भी विकास के कार्य हो रहे हैं उसको निकलकर हम लोग चेक कर रहे हैं कि विकास के काम हो रहे हैं कि नहीं कार्य करने की गति क्या है और इस निरीक्षण के दौरान हम विकास का दर्शन भी करते हैं दर्शन का भाव यह है कि जब यह जल्दी से बनेगा तब इससे आमजन और देश को लाभ मिलेगा ।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना 1962 में यहां के सांसद विश्वनाथ सिंह इस मुद्दे के लिए संसद में आवाज उठाया था और उसके बाद पटेल आयोग बना था और उसी पटेल आयोग में दिलदारनगर से ताड़ीघाट को जोड़ने के लिए प्रस्ताव आया था 1962 से लेकर 2014 तक लगभग 56 साल से ऊपर गुजर गए कई सरकारें आई और गई लेकिन पटेल आयोग को मूर्त रूप में लाने के लिए किसी ने नहीं सोचा और जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब इसके लिए 1400 सौ करोड़ रुपए का बजट जारी किया बीच में करोना कॉल आने की वजह से इसके निर्माण की गति धीमी रही इसका एक फेस बन कर तैयार हो चुका है और सेकंड फेस नवंबर तक बनने की संभावना है और इसके बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करेंगे इसके बनने से जो दूरियां हैं वह कम हो जाएंगे और आमजन को बहुत ही राहत मिलेगी ।