गाजीपुर ।
मंगलवार को राज़कीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महिला हेल्थ क्लब के तत्वावधान में छात्राओं के लिए च्यवनप्राश निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
इस आयोजन में रिसोर्स पर्सन के रूप में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय बाँकी खुर्द गाज़ीपुर के चिकित्सक डॉक्टर अमजद अली अंसारी तथा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर के फ़ार्मेसिस्ट विनय कुमार तिवारी मौजूद रहे है ।
डॉक्टर अमजद अली अंसारी ने भारतीय आयुर्वेदिक परंपरा के आचार्य चरक की चर्चा करते हुए यह बताया कि किस तरह से प्राचीन भारत में चिकित्सा व्यवस्था की क्षमता में उल्लेखनीय प्रगति हुई थी उसी प्रगति के चलते आज भी आयुर्वेदिक चिकित्सा एक महत्वपूर्ण इकाई के रूप में न सिर्फ़ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में मुख्यधारा में प्रचलन में है ।
आयुर्वेद की एक विशिष्ट देन च्यवनप्राश है जिसके सेवन से न केवल व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करता है वरन् विभिन्न बीमारियों को शरीर से दूर रखने में मदद मिलती है ।इस कारण से भारत जैसे देश में ख़ासकर महिलाओं में जहाँ पर कुपोषण की स्थिति पुरुषों के मुक़ाबले काफ़ी ख़राब है यह अत्यंत उपयोगी बन सकता है और इसे आसानी से अपने घर में बनाया जा सकता है । विनय कुमार तिवारी ने बनाने के विभिन्न तरीक़ों और विभिन्न अवयवों पर चर्चा करते हुए बनाने की की विधि बतायी । इस व्याख्यान के बाद प्रश्नोत्तरी सत्र में छात्राओं ने अपनी जिज्ञासाओं का शमन किया ।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अनीता कुमारी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय निरंतर छात्राओं की बहुमुखी प्रगति के लिए प्रयत्नशील हैं तथा ऐसे कार्यक्रमो से छात्राओं को न सिर्फ़ कुछ नया सीखने को मिलता है बल्कि ये इसे सीख कर भविष्य में स्टार्टअप के रूप में भी शुरू कर सकती है जो कि भारत सरकार की शीर्ष प्राथमिकता का कार्यक्रम है । कार्यक्रम का संयोजन डॉक्टर विकास सिंह ,डॉक्टर आनंद कुमार चौधरी,डॉक्टर नेहा कुमारी,डॉक्टर शिखा सिंह तथा डॉ. ओम शिवानी के द्वारा किया गया ।