गाजीपुर ।
आई पी एस जुगल किशोर तिवारी का निलंबन वापस लेने के लिए राष्ट्रपति के नाम उपजिलाधिकारी कासिमाबाद को ब्राह्मण रक्षा दल द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया।
जिसमें उपमहानिरीक्षक को निर्दोष करार देते हुए निलंबन तत्काल प्रभाव से वापस लेने के लिए महामहिम राष्ट्रपति से गुहार लगायी गई है ।
ब्राह्मण रक्षा दल के संयोजक प्रेम शंकर मिश्र ने बताया कि DIG जुगलकिशोर तिवारी IPS (जो एक कर्तव्यनिष्ठ, सत्यनिष्ठ व निर्भीक पुलिसअधिकारी रहे हैं) को संभवतः शासन ने इसलिए निलंबित किया क्योंकि वे मानवीय आधार पर हाथरस के ग्रामप्रधान स्व. योगेश उपाध्याय, जिनकी हत्या हिस्ट्रीशीटर जीतूसिंह ठाकुर व उसके साथियों ने की थी, के त्रियोदशाह में शामिल हुए थे ।
DIG जुगलकिशोर तिवारी जी की छवि पीड़ितों के प्रति सदैव सहयता हेतु तत्पर रहने वाले व्यक्ति/अधिकारी के रूप में भी रही है । ये वही बहादुर पुलिस अधिकारी हैं जिन्होंने 2007 में दर्जनों मामलों में वांछित चल रहे माफिया व सांसद अतीक अहमद के इलाहाबाद में स्थित मकान के अंदर लगी नल की टोटी से लेकर चौखट बाजू तक उखड़वा कर सारा सामान जब्त करवा कर थाने में जमा करा उसके यहां बुलडोजर चलवा दिया था । विशेष बात यह है कि ये बुलडोजर तब चलवाया था जब अतीक की तूती बोलती थी ।
इन्होंने ही चित्रकूट जनपद में फैले पाठा के घने जंगलों में विगत 16 जून 2009 को तीन दिनों तक चली कार्रवाई में दुर्दांत डकैत घनश्याम केवट का लाइव इनकाउंटर किया था । आपने चित्रकूट के जंगलों से डकैतों का लगभग सफाया कर पूरे क्षेत्र में शांति बहाली का काम किया था ।
पत्रक देने वालो मे विधानसभा अध्यक्ष तारकेश्वर पाण्डेय , गोपाल पाण्डेय , मृत्युंजय मिश्र , अन्नू पाण्डेय , अवनीश पाण्डेय , राकेश पाण्डेय , इन्द्रदेव उपाध्याय , मनोज उपाध्याय , मनोज तिवारी आदि लोग मौजूद थे ।