
गाजीपुर ।
शासकीय अफीम एवं क्षारोद कारखाना गाजीपुर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर “गाजीपुर के विकास में अफीम फैक्ट्री का योगदान एवं भविष्य की संभावनाएं” विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता, अधिकारीगण और प्रतिष्ठान के कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाप्रबंधक श्री दौलत कुमार (आई.आर.एस.) ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में कहा,
“गाजीपुर अफीम फैक्ट्री विश्व की सबसे पुरानी चल रही औद्योगिक इकाई है और यह जनपद की ऐतिहासिक, आर्थिक और सामाजिक विरासत की धरोहर है। यह कारखाना न केवल एक औद्योगिक इकाई है, बल्कि गाजीपुर के विकास का आधारस्तंभ भी है।”
वक्ताओं ने कारखाने की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा, स्थानीय रोजगार में योगदान, आर्थिक सशक्तिकरण, तथा राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर इसकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, भविष्य में इसके तकनीकी उन्नयन और विस्तार की संभावनाओं पर भी विचार प्रस्तुत किए गए।
संगोष्ठी के सफल संचालन में कार्य अभियंता श्री पंकज श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ अनुवादक अधिकारी श्री चंदन हरिजन की विशेष भूमिका रही।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख गणमान्यजनों में —
पूर्व प्राचार्य मांधाता राय, इंजीनियर वशिष्ठ यादव, प्रो. के.एन. श्रीवास्तव, शासकीय अधिवक्ता अजय पाठक, जयसूर्या भट्ट, नीरज श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, संजीव गुप्ता, संजय यादव, विनय कुमार सिंह, डॉ. डी.पी. सिंह, डॉ. स्वतंत्र सिंह, अमरनाथ तिवारी, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव सहित कई प्रतिष्ठित नागरिकों की सहभागिता उल्लेखनीय रही।
धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक श्री दौलत कुमार ने किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन श्री पंकज कुमार श्रीवास्तव ने किया। अंत में सभी उपस्थितजनों ने राष्ट्रगान के साथ स्वतंत्रता दिवस को श्रद्धापूर्वक समर्पित किया और संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना की ।