ग़ाज़ीपुर ।
देश की राजधानी दिल्ली जहां पर लाखों युवा अपने जिंदगी के बेहतरीन सपने को हकीकत में बदलने के लिए जाते हैं लेकिन वहां के सिस्टम की लापरवाही के चलते उन्हें अपनी जान तक गवानी पड़ती है और कुछ ऐसा ही दो दिन पूर्व हुआ नितेश राय के साथ जो यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में रहकर कर रहा था और उस दिन बारिश हुई थी पानी भी लगा हुआ था ।
जानकारी के अनुसार निलेश कुछ लेने के लिए घर से बाहर गया हुआ था और जब वह वापस आया और अपने लोहे के दरवाजे को खोलने के लिए टच किया तो वह बिजली के करंट के चपेट में आ गया और वह लगभग आधे घंटे तक इस तरह पड़ा रहा तब आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी प्रशासन को दिया और प्रशासन उसे स्वास्थ्य केंद्र भेजी थी जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
आज इस मामले पर उनके पिता नरेंद्र नाथ राय जो घटना की जानकारी मिलने पर पूरे परिवार के साथ दिल्ली गए हुए थे और बेटे का दाह संस्कार करने के पश्चात आज अपने घर जो रेलवे स्टेशन के पास गौतम बुद्ध नगर कॉलोनी में बनवाए हैं वहां पर रहते हैं और पेशे से अधिवक्ता हैं उन्होंने इस मौत को सिस्टम की लापरवाही बताया है और इसके लिए दिल्ली सरकार को ही दोषी बताया है ।
इस मामले मे मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि स्वाति मालीवाल ने जो भी कहा है वह पूरी तरीके से सही है और ऐसे लापरवाह अधिकारियों और सरकार पर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि नीलेश के जैसे लाखों बच्चे जो इस की तैयारी करने के लिए दिल्ली में जा रहे हैं उनके साथ आगे इस तरह की घटना ना हो ।
उन्होंने कहा कि घटना होने के बाद शासन प्रशासन या दिल्ली सरकार की तरफ से हमें कोई सूचना नहीं दी गई वहां पर पढ़ने वाले अन्य लड़कों के माध्यम से हमें जानकारी हुई है , वहां जाने के बाद पता चला कि जो वहां बिजली का सिस्टम और तारों का जाल है और उसी के चलते तार टूट गया था और करंट आ गया था , जिससे जब वह गेट पर गिरा तो गेट में ही करंट था ।
इस दौरान कहां के बिजली विभाग दिल्ली सरकार के अधीन है तो दिल्ली सरकार के ही लापरवाही मानेंगे। दिल्ली सरकार भले ही अपने को चुस्त दुरुस्त करती हो लेकिन देखने से ऐसा कुछ भी नहीं लगता है अगर चुस्त दुष्ट होती तो आज मेरा बेटा जिंदा होता। उन्होंने कहा कि स्वाती महिवाल सरकार की अंग रही है इसलिए वहां के सिस्टम को वह जानती है इसलिए उन्होंने जो भी कहा है सही कहा है बताया कि निलेश पिछले 5 सालों से वहां पर तैयारी कर रहा था और वही एक कंपनी में इंजीनियर भी था इस बार इस की परीक्षा दिया था जिसमें है वह पास आउट हुआ था।
निलेश के ममेरे भाई संजय प्रधान से जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में पूरी दिल्ली सरकार दोषी है वहां पर व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है वहां पर तार का जाल और नेटवर्क है इस तरह की व्यवस्था शायद हमारे गाजीपुर के गांव में भी नहीं होगी इसलिए व्यवस्था की कमी के कारण निलेश की जान गई है हमारा तो जो नुकसान होना था वह हो गया लेकिन भविष्य में ऐसा किसी भी बच्चों के साथ ना हो इसके लिए व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त करना पड़ेगा और इस मामले की जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए ।