गाजीपुर ।
जनपद के सीएमओ कार्यालय पर 25 साल से तैनात एक कर्मचारी के खिलाफ सपा विधायक के साले विजय बिक्रम व कई युवा नेता समेत स्थानीय लोगों के द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया । ये धरना प्रदर्शन सीएमओ कार्यालय में 25 साल से तैनात बुद्धि राम नाम के कर्मचारी को हटाने को लेकर किया गया ।
बता दे कि सीएमओ कार्यालय में सीएमओ के अधीन केंद्रीय औषधि भंडार केंद्र एवं जनपद स्तरीय स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट बुद्धि लाल प्रसाद कमीशन खोरी को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते है । इससे पहले भी वह एनएचएम घोटाले के मामले में आरोपी रहा हैं स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट बुद्धि लाल के खिलाफ गुरुवार को शिकायतकर्ता अश्विनी कुमार ने कई युवा नेता व अपने सहयोगियों के साथ भ्रष्टाचार को लेकर धरना प्रदर्शन किया ।
अपने कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन की जानकारी होते ही सीएमओ देश दीपक पाल ने इसकी धरना की जानकारी पुलिस को दी , मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने धरना प्रदर्शन कर रहे शिकायतकर्ता समेत सभी को जबरन वहाँ से हटा दिया ।
ज्ञात हो कि सीएमओं कार्यालय में अभी कुछ ही दिन पहले एंटी करप्शन की टीम ने सीएमओ के स्टोनो अनिल चौबे को ₹40000 घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था । बावजूद इसके कर्मचारी भ्रष्टाचार के खेल को जारी रखें हुए है और ऐसा नहीं है कि इन बातों की जानकारी सीएमओ को नहीं है बावजूद इसके सीएमओ कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं ।
इस दौरान प्रदर्शन कर रहे अश्वनी कुमार ने बताया कि सीएम कार्यालय में बहुत भ्रष्टाचार है। कर्मचारी बुद्धि राम पिछले 25 सालों से एक ही जनपद में सीएमओ कार्यालय में एक ही पटल पर कार्य कर रहा है । आज तक बुद्धि राम को हटाया नहीं गया है। हमारी मांग है कि उसकी एसडीएम स्तरीय जांच की जाए और यहां से उसको तत्काल हटाया जाए । जाँच उपरांत जो भी दोषी पाया जाए उसके साथ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ।
फिलहाल इस मामले में सीएमओ देश दीपक से जब मीडिया ने बातचीत की गई तो उन्होंने सीधे -2 पूरे मामले का रुख़ ही बदलते हुए यह बतलाया कि सीएमओ कार्यालय पर धरना देने वाले मुख्य रूप से मिस्टर अश्वनी कुमार है । ये मेडिसिन सप्लाई का फर्जी बिल बनाकर भुगतान कराने के लिए मेरे और मेरे स्टाफ के ऊपर जबरन दवाब बना रहे है । इस मामले में इनके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है । जिसमें जांच प्रचलित है ।