गाजीपुर ।
आईएस (191) गैंग के सहयोगी और बहादुरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन रियाज अंसारी को कासिमाबाद पुलिस ने सोमवार दोपहर अचानक हिरासत में लिया। पुलिस का कहना है कि उन्हें एक पुराने मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है ।
हालांकि, क्षेत्र में चर्चाएं तेज हैं कि यह कार्रवाई मदरसा मदसतूल मसाकिन कमेटी से जुड़े फर्जी हस्ताक्षर के मामले में हुई है ।
जानकारी के अनुसार रियाज अंसारी और उनकी पत्नी , पूर्व चेयरमैन निकहत परवीन, पहले से ही कई आपराधिक मामलों में नामजद हैं। निकहत परवीन की 2005 में मदरसा शिक्षिका के रूप में हुई नियुक्ति फर्जी साबित होने के बाद उन्हें बर्खास्त कर जेल भेजा गया था ।
रियाज और उनके करीबी सहयोगियों पर गैंगस्टर एक्ट समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इनमें पूर्व प्रबंधक नजीर सलामी और क्लर्क परवेज जमाल के नाम भी शामिल हैं। इनमें से कुछ आरोपियों ने अग्रिम जमानत ले ली थी, जबकि कुछ फरारी में थे ।
सूत्रों के अनुसार, रियाज अंसारी पर मदरसा कमेटी के गठन के दौरान फर्जी हस्ताक्षर का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है ।
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी कासिमाबाद अनिल चंद्र तिवारी ने कहा कि एक मामले में बहादुरगंज चेयरमैन रियाज अंसारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अग्रिम कार्रवाई पूछताछ पूरी होने के बाद तय की जाएगी ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल रात्रि में अचानक से रियाज अंसारी की तबीयत बिगड़ गई जिसके कारण उसे गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया जहां डॉक्टर ने उपचार के उपरांत उनकी हालत स्थिर बतलाया है , इस मामले में ड्यूटी डॉक्टर ने कहा कि रियाज अंसारी को बीपी और शुगर की बीमारी है जिसकी वह दवा खाते हैं , लेकिन किसी लापरवाही के कारण वह शायद नियमित रूप से दवा नहीं ले रहे थे जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई फिलहाल अभी भी उनकी बीपी फ्लकचुएट कर रही है । हमारी नजर निरंतर उनके स्वास्थ्य पर बनी हुई है ।