
गाजीपुर ।
श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही गाजीपुर जनपद में धार्मिक उल्लास का वातावरण बन गया है। इस पावन अवसर पर लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं और विभिन्न तीर्थ स्थलों पर जलाभिषेक करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
शनिवार को जिलाधिकारी अविनाश कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने जनपद के प्रमुख धार्मिक स्थल महाहर धाम का स्थलीय निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मंदिर परिसर एवं यात्रियों के मार्ग में सुरक्षा, सफाई एवं सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि मुख्य मार्गों और कांवड़ियों के रास्तों पर लटके और जर्जर तारों को तत्काल बदलवाया जाए, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। साथ ही उन्होंने मंदिर परिसर में बैरिकेडिंग, चेंजिंग रूम, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता और गड्ढामुक्त सड़कों की मरम्मत जैसे निर्देश संबंधित विभागों को दिए।
पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने ध्वनि विस्तारक यंत्रों के सीमित समय में प्रयोग और नगर में भारी वाहनों के रूट डायवर्जन पर अधीनस्थ अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने यात्रा मार्गों पर सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ-साथ महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ‘खोया-पाया शिविर’ लगाए जाएंगे, ताकि गुमशुदा वस्तुएं और लोग आसानी से मिल सकें।
इस निरीक्षण में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अतुल सोनकर, उपजिलाधिकारी कासिमाबाद संजय यादव, उपजिलाधिकारी सदर मनोज पाठक सहित कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशासन की यह पहल श्रावण मास में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और यात्रा की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है ।