गाजीपुर ।
करीब 550 साल के बाद भगवान राम के बाल रूप रामलला का प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होना है । जिसके लिए पूरे प्रदेश में 14 जनवरी से विशेष कार्यक्रम होने शुरू हो गए हैं ।
इसी कड़ी में गाजीपुर के जिला जेल में भी बंदी सुंदरकांड के पाठ के साथ ही साथ हनुमान चालीसा का पाठ करके पूरी तरह से राम भक्ति में डूबते नजर आ रहे हैं । यह कार्यक्रम 14 से 22 जनवरी तक प्रतिदिन दोपहर 2 से सायं 5 बजे तक चल रहा है ।
गाजीपुर का जिला जेल जहां पर मौजूदा वक्त में 894 बंदी है। जिसमें से 595 विचाराधीन बंदी हैं। जबकि 254 बंदी सज़ायाफ्ता है। जहां पर इन दिनों रामलला के बाल रूप के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को लेकर सुंदरकांड के पाठ के साथ ही हनुमान चालीसा का कार्यक्रम चल रहा है ।
यह कार्यक्रम प्रतिदिन 3 घंटे तक चल रहा है। जिसमें बंदियों के साथ ही साथ जेल में कार्यरत जेल पुलिस और अधिकारी भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। जेल अधीक्षक सत्य प्रकाश ने बताया कि शासन से मिले निर्देश के क्रम में 14 जनवरी से 22 जनवरी तक जेल में अलग-अलग दिन अलग-अलग तरह के कार्यक्रम किए जाने हैं । जिसके क्रम में सफाई अभियान कार्यक्रम के साथ ही जेल परिसर में स्थित हनुमान मंदिर पर सुंदरकांड का पाठ के समापन के पश्चात हनुमान चालीसा के पाठ का कार्यक्रम किया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम आगे भी चलता रहेगा। साथ ही बंदियों के मध्य एक रामलला के जीवन पर चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें विजयी प्रतियोगियों को 26 जनवरी के कार्यक्रम पर पुरस्कृत भी किया जाएगा ।