
गाजीपुर ।
शिक्षक नेता सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने वाराणसी खंड के गाजीपुर में विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों और विद्यालयों का दौरा किया ।
इस दौरान उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं की समस्त जानकारी ली और इसके साथ ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाए ।
आपको बता दें कि सुधांशु त्रिपाठी ने बुधवार की शाम साढ़े 4 बजे प्रेस कांफ्रेंस के जरिए यह कहा कि सरकार सीबीएसई पैटर्न पर पठन-पाठन तो करवा रही है । लेकिन मूल्यांकन दर अब भी सीबीएसई के बराबर नहीं है।
उन्होंने मांग की कि जब पठन-पाठन और परीक्षा का पैटर्न सीबीएसई के अनुसार है , तो मूल्यांकन दर भी उसी के अनुरूप होनी चाहिए । इसके अलावा , उन्होंने सरकार पर शिक्षकों के हितों के विपरीत काम करने का आरोप लगाया ।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि विगत दो वर्षों से धारा 21 समाप्त किए जाने से शिक्षकों की सेवा सुरक्षा प्रभावित हुई है। उन्होंने मांग की कि नए अधिनियम में सेवा सुरक्षा के साथ ही धारा 12 और 18 के प्रावधानों को जोड़ा जाए । इसके साथ ही सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की भी मांग की ।
उन्होंने कहा कि एनपीएस और यूपीएस जैसी बाजार आधारित पेंशन योजनाएं शिक्षकों को स्वीकार नहीं हैं । उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया और सरकार से सिटिजन चार्टर को सख्ती से लागू करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो शिक्षक आंदोलन, धरना और प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे ।