
गाजीपुर ।
करंडा ब्लॉक परिसर में जारी अनिश्चितकालीन धरना अब केवल विरोध नहीं , चेतावनी बन चुका है । पंचायत सचिवालय के भुगतान रोके जाने और योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा । धरना कल दूसरे दिन भी पूरा कर चुका है , लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक इस पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया ।
इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे ग्राम प्रधान राजेश बनवासी का आरोप है कि “करंडा में बिना कमीशन का कोई काम नहीं होता है। पंचायत सचिवालय बनकर तैयार है , लेकिन भुगतान वर्षों से रोका गया है ।” आखिर ऐसा क्यों ?
उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ फंड का मामला नहीं , लोकतंत्र की लूट है ”
बनवासी ने चेतावनी दी है कि “जब तक जिलाधिकारी खुद आकर जनता की बात नहीं सुनते , यह आंदोलन खत्म नहीं होगा । अगर ज़रूरत पड़ी तो अब भूख हड़ताल भी की जाएगी।”
जनता ने संभाली कमान, नारे गूंजे:
“धरती हिलाएंगे, करंडा बचाएंगे!”
“DM आएं या हम चलें ज़िले भर!”
इस धरने में महिलाओं , युवाओं और कई ग्रामीण मजदूर भी भारी संख्या में मौजूद है । एकजुट भीड़ शांतिपूर्ण लेकिन सख्त तेवर में अपनी मांगों पर डटी हुई है ।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ , तो करंडा ब्लॉक का यह आंदोलन पूरे जिले भर की सड़कों पर उतर जाएगा ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देर शाम नायब तहसीलदार धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों से वार्तालाप की और उन्हें समझाया । उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन देते हुए तत्काल इस मामले में जांच कर इसका जल्द से जल्द निस्तारण करने का भी आश्वासन दिया । तब जाकर कहीं दूसरे दिन यह धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ ।