
गाजीपुर ।
समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिलाधिकारी अविनाश कुमार को एक दस सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए इनरवां व बिलाईच गांव में प्रशासन द्वारा की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अमानवीय और संवेदनहीन करार दिया। पार्टी ने पीड़ित गरीबों के लिए न्याय, पुनर्वास और सुरक्षा की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव एवं विधायक वीरेंद्र यादव ने किया। नेताओं ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के, बरसात के मौसम में गरीबों के घरों को उजाड़ दिया गया, जो कि संविधान और मानवता दोनों के खिलाफ है।
🛑 सपा नेताओं की प्रमुख मांगें :–
- उजाड़े गए गरीबों के रहने, खाने-पीने की तत्काल व्यवस्था की जाए।
- महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
- उनके लिए अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था की जाए।
- निराश्रितों एवं भूमिहीनों को भूमि आवंटन किया जाए।
- उन्हें सरकारी योजनाओं के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराया जाए।
- बरसात के मौसम तक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए।
🗣️ नेताओं का आरोप :–
सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा ,
“भाजपा सरकार का एकमात्र काम रह गया है गरीबों को उजाड़ना। सरकार को उनका सहारा बनना चाहिए, लेकिन पूरे प्रदेश में वह उनके खिलाफ खड़ी दिखाई दे रही है।”
विधायक वीरेंद्र यादव ने भी इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह प्रशासनिक दमन का उदाहरण है और गरीबों के जीवन के साथ खिलवाड़ है।
👥 ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल प्रमुख लोग :–
- रविन्द्र प्रताप यादव (जिला उपाध्यक्ष)
- अरुण कुमार श्रीवास्तव
- राजेन्द्र यादव, दिनेश यादव, रणजीत यादव
- पारस यादव, आजाद राय, देवेन्द्र यादव आदि।
📌 निष्कर्ष :–
समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट किया कि यदि गरीबों को न्याय नहीं मिला तो वह सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी। प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से इस अमानवीय कार्रवाई पर पुनर्विचार करने और पीड़ितों के पुनर्वास की दिशा में तत्काल कदम उठाने की अपील की ।