
गाजीपुर ।
गाजीपुर जनपद के सैदपुर तहसील क्षेत्र में बुधवार को उस समय हलचल मच गई जब एक हिंदू युवती और मुस्लिम युवक द्वारा मंदिर में विवाह किए जाने की सूचना पर हिंदू संगठनों ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। मामला धार्मिक पहचान और विवाह को लेकर संवेदनशील बन गया है, जिस पर कोतवाली पुलिस जांच में जुटी है ।
🛑 क्या है पूरा मामला ?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कासिमाबाद क्षेत्र की एक हिंदू युवती और देवकली निवासी मुस्लिम युवक सद्दाम हुसैनी ने नगर के मां काली मंदिर में विवाह कर लिया। बताया जा रहा है कि दोनों ने एक-दूसरे की सहमति से शादी की थी ।
शादी के तुरंत बाद जब वे सैदपुर तहसील परिसर पहुंचे, तभी हिंदू जनजागृति समिति, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता वहाँ पहुँचे और विवाह को “लव जिहाद” करार देते हुए हंगामा शुरू कर दिया ।
युवती और युवक को भीड़ से बचाते हुए पुलिस ने दोनों को कोतवाली ले जाकर पूछताछ शुरू की। साथ ही महिला कांस्टेबल की निगरानी में युवती को सुरक्षा प्रदान की गई ।
🧾 परिजनों को नहीं थी जानकारी , पिता ने दी तहरीर :–
युवती के परिजनों को जब पुलिस द्वारा सूचना दी गई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। युवती के पिता ने कोतवाली पहुँचकर बताया कि उन्हें इस रिश्ते और विवाह की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि युवक ने उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर यह कदम उठवाया ।
उन्होंने थाने में तहरीर देकर युवक के खिलाफ “लव जिहाद” और अनैतिक शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती के भाइयों की आंखों में आंसू थे और उन्होंने बहन को देखकर भावुक प्रतिक्रिया दी।
📌 पुलिस की स्थिति और बयान
कोतवाल योगेंद्र सिंह ने बताया कि, “युवती के पिता द्वारा तहरीर प्राप्त हो गई है, मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।”
फिलहाल युवती की उम्र, सहमति, और विवाह की वैधता की कानूनी जांच की जा रही है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या मामला वाकई धोखे या ज़बरदस्ती से जुड़ा है या दोनों की स्वेच्छा से लिया गया निर्णय है ।
🗣️ स्थानीय संगठनों की भूमिका
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे हिंदू जनजागृति समिति के गोपाल पांडेय, बजरंग दल के जिला संयोजक मोहित मिश्र, विहिप के राजकिशन जायसवाल, बृजेश सेठ सहित कई अधिवक्ताओं ने इस विवाह को “लव जिहाद” बताते हुए विरोध किया और कार्रवाई की माँग की ।
❗ संवेदनशीलता और सतर्कता की आवश्यकता
यह मामला धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। जिला प्रशासन और पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि कोई भी पक्ष कानून अपने हाथ में न ले। जांच के निष्कर्ष के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी ।
गाजीपुर में घटित यह मामला केवल एक विवाह का नहीं, बल्कि सामाजिक और सांप्रदायिक ताने-बाने से जुड़ा संवेदनशील मुद्दा बन गया है। प्रशासन के लिए चुनौती है कि वह निष्पक्ष जांच करे और दोनों पक्षों की भावनाओं एवं कानूनी अधिकारों का संतुलन बनाए रखे ।