
गाजीपुर ।
किसानों की समस्याओं, अघोषित बिजली कटौती, खाद की किल्लत और बाढ़ राहत जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को गाजीपुर में भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी ने एक साथ सैदपुर तहसील और जिला मुख्यालय पर धरना देकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
सैदपुर तहसील पर हुए प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस के प्रदेश महासचिव देवेंद्र सिंह, प्रदेश सचिव एवं गाजीपुर प्रभारी फसाहत हुसैन ‘बाबू’ और जिलाध्यक्ष सुनील राम ने किया। वहीं जिला मुख्यालय पर शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
सरकार की नीतियों पर कांग्रेस का प्रहार :–
प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मौजूदा सरकार किसानों, गरीबों और भूमिहीनों के साथ लगातार अन्याय कर रही है।
देवेंद्र सिंह ने कहा, “खरीफ की फसल की बुआई शुरू हो चुकी है, लेकिन किसानों को खाद नहीं मिल रही। अघोषित बिजली कटौती और सरकारी भ्रष्टाचार ने आम जनता को बेहाल कर दिया है। कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी।”
फसाहत हुसैन बाबू ने आरोप लगाया कि सरकार गरीबों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है। “भूमिहीनों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा है, बाढ़ राहत का नामोनिशान नहीं है। हम राज्यपाल से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हैं।”
जिलाध्यक्ष सुनील राम ने बताया कि कांग्रेस ने सैदपुर और जिला मुख्यालय दोनों जगह एक साथ प्रदर्शन कर जनता की आवाज सरकार तक पहुँचाई है।
शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने खाद और बिजली संकट को गहरी चिंता का विषय बताते हुए कहा कि सरकार को किसानों की उपेक्षा बंद करनी चाहिए।
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत की मांग :–
प्रदर्शन में शामिल पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे और एआईसीसी सदस्य रविकांत राय ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनधन की भारी हानि हुई है, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस सहायता नहीं मिली है। उन्होंने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में बाढ़ राहत और पुनर्वास की तत्काल व्यवस्था की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख चेहरे :–
धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें अजय कुमार श्रीवास्तव, हामिद अली, कुसुम तिवारी, हरिओम यादव, राम नगीना पांडे, सैयद ईबरतुल्लाह, आशुतोष गुप्ता, माधव कृष्ण, सुमन चौबे, राजेश उपाध्याय, इंद्रमल यादव, मोहम्मद अंसार, डॉ. गुड्डू, बसंत पांडे, दिनेश यादव, शमशेर अली, हेफज खान, जेपी पांडेय और दीपक सिंह जैसे नाम प्रमुख रहे।
कांग्रेस नेताओं ने साफ किया कि अगर सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।