
मुहम्मदाबाद (गाज़ीपुर) ।
नगर के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता जियाउद्दीन अहमद ने यूनिक मेडिकल स्टोर और यूनिक मेडिकल एजेंसी के विरुद्ध गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और औषधि विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजकर उच्चस्तरीय जांच एवं विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की है।
जियाउद्दीन अहमद का आरोप है कि इन मेडिकल स्टोर्स के संचालकों द्वारा मानकविहीन, प्रतिबंधित, नशीली और कम गुणवत्ता वाली दवाओं की बिक्री की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि इन दुकानों पर डॉक्टरों की मिलीभगत से अवैध दवा कारोबार संचालित हो रहा है, जिससे गरीब एवं असहाय जनता के स्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ किया जा रहा है।
अहम आरोप यह भी है कि यह दुकानें कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध रूप से संचालित हैं, जो नियमानुसार पूरी तरह अवैध है। जियाउद्दीन ने यह भी बताया कि डॉक्टरों द्वारा लिखी गई पर्चियों में दवाएं बदलकर, मरीजों को जानबूझकर कम गुणवत्ता वाली या एक्सपायरी दवाएं दी जाती हैं, जिससे न केवल मरीजों को नुकसान हो रहा है बल्कि मेडिकल आचार संहिता का भी उल्लंघन हो रहा है।
जियाउद्दीन अहमद ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह मामला केवल अवैध व्यापार का नहीं, बल्कि जन स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, जिसे किसी भी हालत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “मैं ऐसे माफिया तत्वों और उनकी सरपरस्ती करने वालों के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखूंगा।”
नगर में इस प्रकरण को लेकर चर्चा तेज हो गई है और आम जनमानस प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है। अब देखना यह है कि क्या जिला प्रशासन और औषधि विभाग इस गंभीर मामले पर संज्ञान लेकर ठोस कार्रवाई करता है या यह मामला भी बाकी मामलों की तरह अनदेखी की भेंट चढ़ जाएगा।