
गाजीपुर ।
जनपद में “निपुण भारत मिशन” के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में जनपदीय अनुश्रवण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में मिशन की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ विद्यालयों की अवस्थिति, छात्रों की उपस्थिति एवं आकांक्षित लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत में “ऑपरेशन कायाकल्प” के अंतर्गत विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि 19 मानकों (पैरामीटर्स) में जो विद्यालय अभी तक पूर्ण नहीं हो सके हैं, उन्हें तत्काल संतृप्त कराएं। उन्होंने कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी, विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराएं।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं और पठन-पाठन योग्य नहीं रह गए हैं, उनकी सूची के अनुसार समिति गठित कर इस्टीमेट तैयार किया जाए तथा नीलामी की प्रक्रिया पूर्ण कराकर ऐसे भवनों का ध्वस्तीकरण कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी जर्जर विद्यालय में शिक्षण कार्य व अन्य गतिविधियाँ नहीं होनी चाहिए।
छात्र उपस्थिति की समीक्षा के दौरान पाया गया कि जखनियां और सादात विकासखंडों में उपस्थिति सबसे कम रही। इस पर दोनों खण्ड शिक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही, “निपुण लक्ष्य ऐप” पर कुछ विकासखंडों में 20 प्रतिशत से भी कम आकलन किए जाने पर असंतोष जताया गया। संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए निर्देशित किया गया कि अगस्त माह में 100 प्रतिशत आकलन कार्य सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में कार्यरत एआरपी (शैक्षिक संसाधन व्यक्ति) द्वारा किए जा रहे सहयोगात्मक पर्यवेक्षण की नियमित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में यह भी निर्देशित किया गया कि जनपद स्तरीय व ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स के सभी सदस्य प्रतिमाह निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष निरंतर निरीक्षण करें ताकि मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र सरोज, बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहित अन्य संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे ।