
गाजीपुर ।
जनपद गाजीपुर में गोआश्रय स्थलों की बदहाल व्यवस्था पर अब प्रशासन की नजर टेढ़ी हो चुकी है। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने गोवंशों के चारे-पानी और देखभाल के मामले में लापरवाही पर तीखा रुख अपनाते हुए अधिकारियों की खिंचाई कर दी।
सीडीओ ने चारागाह की भूमि पर हरे चारे की बुवाई की समीक्षा करते हुए पाया कि प्रगति बेहद कम है। इस पर नाराज़गी जताते हुए उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि एक सप्ताह के भीतर नेपियर घास की बुवाई अभियान चलाकर पूरी की जाए ।
सीडीओ ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील स्तर पर बैठक कर भूसा, हरा चारा और चोकर की मानक के अनुरूप उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जहाँ हरा चारा नहीं है, वहाँ तुरंत साईलेज की व्यवस्था करने को कहा गया।
समीक्षा बैठक के दौरान यह भी पाया गया कि कई गोआश्रय स्थलों में अद्यतन अभिलेखों का अभाव है। इस पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए गए कि वह सभी खंड विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करें ।
इस बैठक के दरम्यान सीडीओ ने आदेश दिया कि एक कंट्रोल रूम स्थापित कर सभी गोआश्रय स्थलों से प्रतिदिन भूसा, चारा, और चोकर देने की फोटो/वीडियो मंगाई जाए ताकि अनुश्रवण में पारदर्शिता बनी रहे ।
इस बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अरविंद कुमार शाही, परियोजना निदेशक दीन दयाल वर्मा, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज, नोडल अधिकारी गोशाला राकेश कुमार गौतम, समस्त एसडीएम, बीडीओ, नगर निकाय अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी एवं संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे ।