ग़ाज़ीपुर ।
विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार करंडा ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह के साथ मारपीट और हिंसा के मामले में सम्मिलित दोनों शिक्षक नेता मानवेंद्र सिंह व चंद्रशेखर सिंह बी एस ए कार्यालय की परिक्रमा कर रहे हैं ।
बी एस ए कार्यालय महुआबाग पर आज देर शाम शिक्षक नेता मानवेंद्र सिंह उपस्थित होकर अपने निलंबन वापसी को लेकर दबाव बनाते नजर आये इसके साथ ही साथ शिक्षक नेताओं द्वारा जिला प्रशासन पर भी इस आशय का राजनीतिक दबाव बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है कि बी ई ओ यानि खंड शिक्षा अधिकारी करंडा का येन केन प्रकारेण स्थानांतरण दूसरे ब्लाक में कर दिया जाये ।
बता दें कि बहुत ही चालाकी से इन दोनों मास्टरमाइंड शिक्षक नेताओ ने बी ई ओ से मारपीट के बाद कंपोजिट विद्यालय धितुआं ,करंडा के एक अनुसूचित जाति के शिक्षक निवासी – गोराबाजार दीनानाथ से मिलकर नंदगंज थाने में बी ई ओ करंडा के खिलाफ एक मनगढंत तहरीर भी डलवा दी गयी है ताकि बी ई ओ करंडा रवींद्र सिंह दबाव में आकर इन दबंग शिक्षक नेताओं द्वारा मारपीट करने संबंधी मामले की पुलिस अधीक्षक के यहां दी गयी तहरीर को वापस कर लिया जाये ।
उक्त अनुसूचित जाति के शिक्षक भी कंपोजिट विद्यालय धितुआं पर ही कार्यरत हैं जहां पर आरोपी शिक्षक नेता चंद्रशेखर सिंह भी तैनात हैं। जहां शिक्षक संकुल बैठक को लेकर चंद्रशेखर सिंह से संकुल शिक्षक बैठक को लेकर बी ई ओ करंडा के साथ विवाद की शुरूआत हुयी थी ।
ज्ञातव्य हो कि दिनांक 15 अक्टूबर को दो शिक्षक नेताओ द्वारा करंडा ब्लाक स्थित एक विद्यालय प्राथमिक विद्यालय सहेड़ी ,करंडा पर शिक्षकों के मीटिंग के दौरान उनके साथ अभद्रता ल मारपीट की गयी थी। जिस संदर्भ में उसी दिन बी ई ओ करंडा द्वारा पुलिस कप्तान के आवास पर रात 11 बजे पहुंचकर शासकीय कार्य में व्यवधान संबंधी तहरीर दी गयी थी और साथ ही साथ बी एस ए गाजीपुर को भी लिखित रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी।
बी एस ए हेमंत राव द्वारा प्रथम दृष्टया दोनों शिक्षकों को दोषी मानते हूये 18 अक्टूबर को निलंबित करते हुये त्रिसदस्यीय बी ई ओ कि कमेटी का गठन भी किया जा चुका किया जा चुका है परंतु ग्राम सभा मुड़वल निवासी दोनों दबंग शिक्षक नेता योगी सरकार के होते हुये भी बी ई ओ रवीन्द्र सिंह के पुलिस अधीक्षक के समक्ष दिये गये तहरीर के बावजूद अब तक स्वछंद होकर अपनी दबंगई स्थापित करने में लगे हुये हैं और साथ ही साथ उल्टे बी ई ओ करंडा के स्थानांतरण और उनके खिलाफ एफ आई आर की साज़िश रच रहे हैं। हालांकि बी एस ए हेमंत राव के निलंबन के बाद पुलिस भी सक्रिय हो गयी है ।
कल आरोपी शिक्षकों के विद्यालय पर पुलिस टीम पहुंची भी लेकिन इन शिक्षकों द्वारा बी ई ओ से समझौता की बात बताकर वापस भेज दिया गया । अब अगर मामले में समझौता न हुआ तो दोनों शिक्षकों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर पूछताछ कर शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने के अपराध में जेल भेजे जाने की तैयारी कर रही है ।
हालांकि शिक्षक संगठन के नेता अभी तक इस मामले को किसी तरह रफा दफा करने का प्रयास करने में लगे हुये हैं।पुलिस अधीक्षक द्वारा यह कहा गया है कि बी ई ओ के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार की घटना में जो लोग भी दोषी होंगे उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। आन ड्यूटी किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के साथ अभद्रता करने वालों को सबक सिखाया जायेगा ।
इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी करंडा रवीन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे द्वारा पुलिस अधीक्षक महोदय को घटना के दिन ही रात्रि 11 बजे उनके आवास पर जाकर घटना से संबंधित तहरीर दे दी गयी थी। बी एस ए महोदय द्वारा दोनों शिक्षकों को निलंबित भी किया जा चुका है । नंदगंज थाने से वहां के प्रभारी निरीक्षक द्वारा दूरभाष से मेरे विरूद्ध किसी अनुसूचित जाति के शिक्षक द्वारा तहरीर दिये जाने कि सूचना दी गयी । यह तहरीर पूर्णतया मनगढ़ंत है। मैं नंदगंज थाने में उपस्थित होकर प्रभारी निरीक्षक महोदय को घटना की पूरी जानकारी दे दी गयी है।निलंबित दोनो शिक्षकों द्वारा बदले की भावना से कार्य करते हुये क्रास एफ आई आर कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि समझौता का दबाव बनाया जा सके।
अब इस मामले में बी एस ए महोदय व पुलिस अधीक्षक महोदय का जो भी निर्णय होगा, वह मुझे मानना है ।
इस मामले में बी एस ए हेमंत राव ने की कहा दोषी शिक्षकों को निलंबित कर त्रिसदस्यीय बी ई ओ की कमेटी द्वारा जांच की जा रही है। जांच में जो भी रिपोर्ट आयेगी उसी आधार पर आगे सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी ।