
गाजीपुर ।
जनपद में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय के सामने से भी चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन घटनाओं को रोकने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे या तो खराब हैं या सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता ने आमजन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एसपी कार्यालय के बाहर से चोरी
जंगीपुर थाना क्षेत्र के कटैला निवासी अमित कुमार पांडेय बीते 8 अगस्त को किसी कार्य से एसपी कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने अपनी बाइक कार्यालय के ठीक सामने खड़ी की थी। जब वापस लौटे, तो बाइक मौके से गायब मिली। चोरी की सूचना तुरंत कोतवाली पुलिस को दी गई, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस महज औपचारिकता निभाकर लौट गई।
शिकायतकर्ता अमित ने बताया कि “एसपी कार्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय की निगरानी के लिए तिराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। यदि इन्हें चेक किया जाए तो चोरों की पहचान संभव है, लेकिन कैमरे खराब होने के चलते कुछ पता नहीं चल पाया।”
दूसरी वारदात: चौकियां ओवर ब्रिज के नीचे छिनैती
इसी तरह, 29 जुलाई की शाम चौकियां यूनियन बैंक के संविदा कर्मचारी प्रेम हंस रावत अपनी ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे। जैसे ही वह ओवरब्रिज के नीचे फोरलेन पर पहुंचे, तीन बाइक सवार बदमाशों ने उनकी बाइक जबरन छीन ली और फरार हो गए। यहां भी सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन वे भी खराब पाए गए।
पुलिस ने इस मामले में मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन बाइक की बरामदगी अब तक नहीं हो सकी है।
सीसीटीवी कैमरे सिर्फ दिखावे के लिए
कोतवाली क्षेत्र में चोरी, छिनैती और महिलाओं से चेन स्नेचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इन घटनाओं को रोकने के लिए जिन कैमरों का सहारा लिया जाना चाहिए, वही “ऑपरेशन त्रिनेत्र” के तहत लगाए गए कैमरे वर्षों से खराब पड़े हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब एसपी कार्यालय और पुलिस चौकी के सामने ही चोरी और छिनैती की घटनाएं हो रही हैं, तो आम जनता कैसे सुरक्षित महसूस करेगी?
प्रशासन की चुप्पी
इस मामले पर जब सीओ सिटी और एसपी सिटी से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो दोनों अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। न ही इन मामलों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है।
जनता में आक्रोश , जिम्मेदार कौन ?
लगातार हो रही वारदातों के बावजूद पुलिस की चुप्पी और लचर कार्यशैली से जनता में आक्रोश है। शहरवासियों का कहना है कि यदि जल्द ही सीसीटीवी कैमरों की मरम्मत नहीं कराई गई और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे ।