
गाजीपुर ।
गाजीपुर नगर की जर्जर सड़कें अब सीधे तौर पर आमजन की जान को जोखिम में डाल रही हैं। लंका-कचहरी मार्ग पर आज सड़क पर बने खतरनाक गड्ढों के कारण एक के बाद एक पाँच टेम्पो पलट गए, जिससे एक मासूम बच्चा घायल हो गया और एक महिला गंभीर रूप से चोटिल हो गई। यह दुर्घटना एक बार फिर प्रशासन की घोर लापरवाही को उजागर करती है।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय मौके पर पहुंचे और घायल महिला को तत्काल सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार जारी है।
इस घटना से आक्रोशित नागरिकों ने दीपक उपाध्याय के नेतृत्व में लंका-कचहरी मार्ग की दुर्दशा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने “योगी सरकार मुर्दाबाद”, “सदर विधायक मुर्दाबाद”, “नगरपालिका अध्यक्ष मुर्दाबाद”, “जिला प्रशासन मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकाला। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एक ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया, जिसमें सड़क की दुर्दशा पर कड़ी आपत्ति जताते हुए तत्काल गड्ढा मुक्त अभियान शुरू करने की मांग की गई।
छात्र नेता दीपक उपाध्याय ने कहा:
“यह हादसा सीधे तौर पर प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। आज एक महिला और बच्चा घायल हुए हैं, कल किसी की जान जा सकती है। क्या प्रशासन किसी बड़ी मौत का इंतजार कर रहा है?”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 7 दिनों के भीतर सड़क मरम्मत का कार्य नहीं शुरू हुआ, तो उग्र जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
पूर्व छात्रसंघ महामंत्री सुधांशु तिवारी ने भी घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“गाजीपुर जैसे प्रमुख नगर की सड़कों की हालत इतनी बदतर है, यह शर्मनाक है। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि नागरिकों के जीवन और सुरक्षा से जुड़ा मसला है।”
प्रदर्शनकारियों ने केवल लंका-कचहरी मार्ग ही नहीं, बल्कि अन्य जर्जर मार्गों जैसे:
- पीजी कॉलेज से विकास भवन चौराहा
- पुलिस लाइन से आरटीआई चौराहा
- फुल्लनपुर क्रॉसिंग से रेलवे स्टेशन
- फुल्लनपुर से चुंगी
तक की तत्काल मरम्मत की माँग की है।
ज्ञापन सौंपने और विरोध प्रदर्शन में अमित राय “जस्सू राय”, रवि कुमार, मनीष कुमार, कमलेश कुमार, आसिफ, मुकेश, मनोज, राजकुमार, शिवम राय, रमेश, राहुल, सलमान, तूफानी, सत्येंद्र, रोहित समेत सैकड़ों नागरिक शामिल रहे।
यह घटना प्रशासन के लिए चेतावनी है कि अगर समय रहते मरम्मत कार्य नहीं शुरू हुआ, तो आमजन का गुस्सा सड़कों पर फूटेगा। गाजीपुर की जनता अब सिर्फ आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होगी — उन्हें सुरक्षित सड़कें और जवाबदेह शासन चाहिए ।